Pakistan-Taliban Clash: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। मंगलवार रात खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में दोनों देशों की सेनाओं के बीच भीषण झड़प हुई, जिसमें दोनों तरफ से टैंकों और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया गया। यह घटना पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर की देर रात इमरजेंसी मीटिंग के ठीक एक दिन बाद हुई है।
तालिबान ने की पहल? पाकिस्तान ने दिया ‘पूरी ताकत’ से जवाब
पाकिस्तानी सरकारी मीडिया (PTV News) ने दावा किया है कि अफगान तालिबान ने “बिना उकसावे” के गोलाबारी शुरू की। इसके जवाब में पाकिस्तानी सेना ने “पूरी ताकत से” जवाबी कार्रवाई की और कई अफगान टैंकों व सैन्य चौकियों को तबाह कर दिया। दो पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने भी इन झड़पों की पुष्टि की है।
वहीं, अफगान प्रांत खोस्त के उप-पुलिस प्रवक्ता ताहिर अहरार ने भी झड़पों की पुष्टि की, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी। अफगान चैनल TOLO News के मुताबिक, यह झड़प मंगलवार तड़के सुबह 4 बजे शुरू हुई और इसमें हल्के तथा भारी दोनों तरह के हथियार उपयोग किए गए।
रिहायशी घर तबाह, नागरिक पलायन को मजबूर
अफगानिस्तान के स्पिन बोल्डक जिले के सूचना प्रमुख अली मोहम्मद हकमल ने बताया कि “पाकिस्तानी तोपखाने की गोलाबारी से कई रिहायशी घर तबाह हो गए हैं,” जिसके कारण सैकड़ों नागरिकों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा है।
TTP कनेक्शन: पाक चौकी पर हमला, प्रशिक्षण शिविर नष्ट
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, यह नई झड़प तब शुरू हुई जब अफगान सैनिकों ने पाकिस्तानी तालिबान (TTP) के लड़ाकों के साथ मिलकर एक पाकिस्तानी चौकी पर हमला किया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना ने तालिबान का एक बड़ा प्रशिक्षण शिविर नष्ट कर दिया। हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
Pakistan-Taliban Clash: सऊदी अरब और कतर की मध्यस्थता बेअसर
यह इस सप्ताह की दूसरी बड़ी झड़प है। शनिवार को भी सीमा पार दर्जनों सैनिक मारे गए थे। काबुल ने 58 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया था, जबकि इस्लामाबाद ने इस संख्या को खारिज करते हुए अपने 23 जवानों की मौत और 200 से अधिक तालिबान तथा TTP आतंकियों को मार गिराने की बात कही थी।
सऊदी अरब और कतर की मध्यस्थता के बाद रविवार को कुछ देर के लिए फायरिंग रुकी थी, लेकिन मंगलवार रात की घटना ने साबित कर दिया है कि शांति प्रयास बेअसर हो चुके हैं। वर्तमान में, दोनों देशों के बीच सभी सीमा चौकियां बंद हैं, जिससे व्यापार और लोगों की आवाजाही पूरी तरह ठप है, और सीमा पर तनाव चरम पर है।