मसूरी : चंद्र कुंवर बर्तवाल शोध संस्थान की ओर से मंगलवार को चंद्र कुंवर बर्तवाल जी की 75वी पुण्यतिथि अवसर पर माल रोड स्थित चंद्र कुंवर बर्तवाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोगों ने चंद्र कुंवर बर्तवाल की जीवनी पर प्रकाश डाला।
नगर पालिका परिषद की पूर्व सभासद बीना पंवार ने कहा कि चंद्र कुंवर बर्तवाल उत्तराखंड के ऐसे कवि हुए जो अल्प आयु में दुनिया को अलविदा कह गए उन्होंने अपने जीवन में अनेकों कविताएं और साहित्य लिखे हिमालय पर उन्होंने अनेकों कविताएं लिखी जो आज भी लोकप्रिय हैं उन्होंने बताया है कि उनकी मुख्य कविताओं में काफल पाको आज भी उत्तराखंड में लोकप्रिय है उन्होंने कहा कि हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा को बढ़ाने पर जोर दिया।
वही चंद्र कुंवर बर्तवाल शोध संस्थान के मसूरी अध्यक्ष शुरवीर भंडारी ने बताया कि चंद्र कुंवर बर्तवाल ऐसे कवि और साहित्यकार हुए जिन्होंने न केवल उत्तराखंड में बल्कि पूरे भारतवर्ष में अपनी लेखनी से सबको प्रभावित किया उन्होंने कहा कि हेमंवंत कवि चंद्र कुंवर बर्तवाल ने हिमालय की सुंदरता को अपनी कविताओं और रचनाओं के माध्यम से आम जन तक पहुंचाने का कार्य किया है।