इजरायल ने गाजा (Israeli soldiers) के रफाह इलाके से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। इजरायली सैनिकों को ये शव एक सुरंग से मिले हैं जहां हत्या के कुछ देर बाद ही वे पहुंचे थे। एक अमेरिकी नागरिक और पांच इजरायली नागरिकों के शव मिलने के बाद इजरायल में गुस्सा फूट पड़ा और हजारों लोगों ने सड़कों पर आकर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि सरकार बंधकों की सुरक्षित रिहाई में विफल रही है।
बंधकों को नजदीक से मारी गई गोली
देश में सोमवार से श्रमिकों की हड़ताल होने के भी संकेत हैं। शवों के फोरेंसिक परीक्षण में पता चला है कि बंधकों को नजदीक से गोली मारी गई और उनकी हत्या शव मिलने से कुछ घंटे पहले की गई थी। मारे गए लोग उन ढाई सौ से ज्यादा लोगों में शामिल थे जिन्हें फलस्तीनी लड़ाकों ने सात अक्टूबर, 2023 को इजरायली शहरों से अगवा किया था और उसके बाद बंधक बनाए रखा।
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हमास ने बंधकों की हत्या की: बेंजामिन नेतन्याहू
गाजा में युद्धविराम का दबाव झेल रहे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि बंधकों के शवों पर किस तरह से युद्धविराम का समझौता हो सकता है, यह सोचा जाना चाहिए। जबकि हमास ने बंधकों की मौत के लिए नेतन्याहू को जम्मेदार ठहराया है। कहा है कि इजरायलियों को नेतन्याहू या शांति समझौते में से किसी एक को चुनना होगा, क्योंकि नेतन्याहू लड़ाई रोककर बंधकों की रिहाई नहीं चाहते हैं।
जो बाइडन ने बंधकों की मौत पर जताई चिंता
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने 23 वर्षीय अमेरिकी-इजरायली नागरिक गोल्डबर्ग पोलिन और अन्य बंधकों की मौत पर दुख जताते हुए इसे हमास का गुस्सा पैदा करने वाला कृत्य बताया है। कहा कि हमास को इसकी कीमत चुकानी होगी। बाइडन ने कहा कि गाजा में युद्धविराम करने और बाकी बंधकों की रिहाई के लिए अमेरिका हर संभव कोशिश कर रहा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी बंधकों को मारे जाने की घटना पर दुख जताया है। इस बीच गाजा में पोलियो टीकाकरण अभियान के साथ ही युद्ध भी जारी है। जबकि वेस्ट बैंक के हेबरोन शहर में हुई गोलीबारी में इजरायली पुलिस के तीन जवान मारे गए हैं।