Uttarakhand Budget 2025: गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया। वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने 1,01,175.33 करोड़ रुपये का बजट विधानसभा में पेश करते हुए बताया कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और ग्रामीण विकास को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि इस बजट का उद्देश्य आर्थिक संतुलन बनाए रखते हुए राज्य के विकास कार्यों में तेजी लाना है।
वित्त मंत्री ने बजट में सात बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया है, जिनमें कृषि, उद्योग, ऊर्जा, अवसंरचना, पर्यटन और आयुष शामिल हैं। एमएसएमई उद्योगों को 50 करोड़ रुपये, मेगा इंडस्ट्री नीति के लिए 35 करोड़ रुपये और स्टार्टअप प्रोत्साहन के लिए 30 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। जल जीवन मिशन के लिए 1,843 करोड़ रुपये और जमरानी बांध के लिए 625 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
परिवहन और सड़क विकास में भी महत्वपूर्ण फोकस किया गया है। 220 किमी नई सड़कों का निर्माण, 1,000 किमी सड़कों का पुनर्निर्माण, और 1,550 किमी मार्गों के नवीनीकरण का लक्ष्य रखा गया है। पर्यटन क्षेत्र में टिहरी झील के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये, मानसखंड योजना के लिए 25 करोड़ रुपये और चारधाम मार्ग सुधार के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस बजट को राज्य के विकास की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने Uttarakhand Budget 2025 मे कहा कि बजट हमारे संकल्पों को पूरा करने का पूरा विजन प्रस्तुत करता है और यह अर्थव्यवस्था, वित्त और भविष्य की योजनाओं के बारे में हमारी सरकार का रोडमैप भी प्रस्तुत करता है। इस बजट में हमने वेंचर फंड की स्थापना की है, जिसमें रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना, प्रवासी उत्तराखंड परिषद का गठन, स्मार्ट सिटी के अंतर्गत इलेक्ट्रिक बसों का संचालन, खेल विश्वविद्यालय की स्थापना, होमगार्ड कल्याण कोष का गठन, पुलिस कर्मियों के प्रोत्साहन के लिए रिवॉल्विंग फंड की स्थापना जैसी कई नई पहल शामिल हैं। गरीब, युवा, किसान और महिला इन चार क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है।