उत्तराखंड के चुनाव में 727 उम्मीदवारों के नामांकन वैध पाए जाने के बाद सोमवार को नाम वापसी होगी। नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी की जाएगी। इसके बाद ही तय होगा कि 70 विधानसभा सीटों पर कितने उम्मीदवार अपना भाग्य आजमाएंगे।निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, प्रदेशभर में आए 750 नामांकनों में से 23 रद्द कर दिए गए हैं। इनमें टिहरी में एक, देहरादून में तीन, हरिद्वार में चार, पौड़ी गढ़वाल में पांच, पिथौरागढ़ में एक, बागेश्वर में तीन, अल्मोड़ा में एक, चंपावत में एक और ऊधमसिंह नगर में चार नामांकन शामिल हैं। 727 नामांकन वैध पाए गए हैं। निर्वाचन विभाग की ओर से सोमवार को इन सभी को नाम वापसी का मौका दिया जाएगा। नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी हो जाएगी। इसके बाद ही तय होगा कि इस बार उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में कितने प्रत्याशी मैदान में होंगे। 2017 के चुनाव की बात करें तो उसमें 637 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। इनमें 573 पुरुष, 62 महिलाएं और दो थर्ड जेंडर प्रत्याशी शामिल थे। प्रति विधानसभा औसतन नौ प्रत्याशी पिछले चुनाव में मैदान में उतरे थे, लेकिन इस बार के आंकड़ों के हिसाब से प्रति विधानसभा यह औसत बढ़ने का अनुमान है।
भाजपा के बागियों के इन निर्दलीय प्रत्याशियों पर रहेगी नजर
भारतीय जनता पार्टी अपने बागियों को मनाने में जुटी रही। भाजपा में डोईवाला में जितेंद्र नेगी व सौरभ थपलियाल, धनोल्टी में महावीर सिंह रांगड, कालाढूंगी में गजराज सिंह बिष्ट, देहरादून कैंट में दिनेश रावत, धर्मपुर में वीर सिंह पंवार, कर्णप्रयाग में टीका प्रसाद मैखूरी, कोटद्वार में धीरेंद्र सिंह चौहान, भीमताल में मनोज शाह, घनसाली में सोहन लाल खंडेवाल व दर्शन लाल आर्य, यमुनोत्री में जगवीर सिंह भंडारी, रुड़की में नितिन शर्मा, पिरान कलियर में जय भगवान, लक्सर में अजय वर्मा, नैनीताल में हेम आर्य ने बगावत करते हुए निर्दलीय नामांकन किया है। पार्टी के दिग्गज रविवार को भी दिनभर इन्हें मनाने में जुटे रहे।