बीजिंग: चीन ने स्वशासित द्वीप ताइवान (Taiwan) को हथियार बेच रही अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंधों की बुधवार को घोषणा की। दरअसल, चीन, ताइवान को अपना हिस्सा बताता है और जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग से इस पर कब्जा जमाने की धमकी देता है।
चीन की सरकारी मीडिया ने विदेश मंत्रालय के हवाले से प्रतिबंधों की घोषणा की, लेकिन यह नहीं बताया कि किन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। ताइवान, अमेरिका से एफ-16 लड़ाकू विमानों, अब्राम्स टैंक और कई मिसाइलों की आपूर्ति का इंतजार कर रहा है। ताइवान पर हमला करने की चीन की धमकियां बढ़ रही हैं।
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हालांकि ताइवान की 23 लाख नागरिकों की आबादी अपनी वास्तविक स्वतंत्रता की वर्तमान स्थिति के पक्ष में है। औपचारिक कूटनीतिक रिश्ते न होने के बावजूद अमेरिका लंबे समय से ताइवान का प्रमुख हथियार प्रदाता है और उसकी रक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य है। अमेरिका से हथियार खरीदने के साथ ही ताइवान अपने घरेलू हथियार उद्योग को भी पुनर्जीवित कर रहा है। चीन ने पहले भी अमेरिकी कंपनियों से ताइवान के सशस्त्र बलों के साथ सहयोग बंद करने की मांग की है।