नई दिल्ली। हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस वर्ष 26 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व है। इस तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण के संग राधा रानी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही व्रत किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन कुछ कार्यों को करने से साधक को कई तरह की परेशनियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप भी इस तरह की गलती करते हैं, तो जन्माष्टमी की पूजा से शुभ फल की प्राप्ति से वंचित रहेंगे। ऐसे में चलिए जानते हैं जन्माष्टमी के दिन क्या करें और क्या न करें?
जन्माष्टमी के दिन क्या करें (What to do on Janmashtami)
जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान और सूर्य देव को जल देना चाहिए।
विधिपूर्वक भगवान श्रीकृष्ण की पूजा कर माखन और मिश्री का भोग लगाना चाहिए।
भोग में तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करें।
मोरपंख और मुकुट समेत आदि चीजें अर्पित करें।
गरीब लोगों में अन्न और धन आदि चीजों का दान करें।
जन्माष्टमी के दिन क्या न करें (What not to do on Janmashtami)
इस दिन सुबह की पूजा करने के बाद दिन में सोना वर्जित है।
किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए।
बड़े-बुर्जुगों और महिलाओं का अपमान न करें।
पशु-पक्षी को परेशान न करें।
तामसिक भोजन के सेवन से दूर रहें।
कब है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी? (Kab Hai Janmashtami 2024)
पंचांग के अनुसार, जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ रविवार, 25 अगस्त को रात 03 बजकर 39 मिनट पर होगा और इसका समापन सोमवार, 26 अगस्त को रात 02 बजकर 19 मिनट पर होगा।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2024 पूजा टाइम ( Janmashtami 2024 Puja Time)
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करने का शुभ मुहूर्त 27 अगस्त को रात 12 बजकर 01 मिनट से लेकर 12 बजकर 45 मिनट तक है।