विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार से मालदीव की तीन दिवसीय यात्रा करेंगे। द्वीप राष्ट्र के चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के लगभग नौ महीने पहले पदभार संभालने के बाद नई दिल्ली की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी। राष्ट्रपति मुइज्जू ने जून में भारत का दौरा किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथग्रहण समारोह में भाग लिया।
नौ अगस्त से शुरू होगी यात्रा
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 9-11 अगस्त तक मालदीव की आधिकारिक यात्रा करेंगे। इसमें कहा गया कि मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने नई कैबिनेट और मंत्रिपरिषद के शपथग्रहण समारोह के लिए हाल ही में भारत की यात्रा की थी जिसके बाद यह यात्रा हो रही है।
एस जयशंकर ने इससे पहले जनवरी 2023 में मालदीव का दौरा किया था। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मालदीव भारत का प्रमुख समुद्री पड़ोसी है और भारत की पड़ोसी प्रथम नीति और हमारे विजन सागर यानी क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास में एक महत्वपूर्ण भागीदार है।
दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करना उद्देश्य
इसमें कहा गया कि इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी को मजबूत करना और द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने के रास्ते तलाशना है। चीन के प्रति झुकाव के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध गंभीर रूप से तनावपूर्ण हो गए। पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर मुइज्जू ने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी।