देहरादून. अपना मूल काम छोड़कर मंत्री या विधायकों के साथ काम कर रहे अधिकारी कर्मचारी इन दिनों टेंशन में हैं. सीएम पुष्कर सिंह धामी के सीएम ऑफिस से कर्मचारियों के अटैचमेन्ट खत्म करने के फैसले के बाद प्रदेश के बड़े महकमों में शामिल शिक्षा विभाग में इनदिनों हलचल तेज है. पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ऑफिस से कर्मचारियों की संबद्धता खत्म करने के बाद शिक्षा विभाग में हलचल तेज हो गई है. दरअसल शिक्षा विभाग के सबसे ज्यादा कर्मचारी अपनी मूल तैनाती को छोड़कर दूसरी जगह अटैच चल रहे हैं.
कई सालों से सुविधा में
कई अधिकारी, कर्मचारी और टीचर तो ऐसे हैं जो सियासी रसूख के चलते कई सालों से अपनी सुविधा के ऑफिस में काम कर रहे हैं. लेकिन अब सीएम ऑफिस में हुई कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग में खलबली मची है, माना जा रहा है कि जल्द ही शिक्षा विभाग में भी तमाम कर्मचारियों शिक्षकों और अधिकारियों की संबद्धता खत्म हो सकती है.
पढ़ाई पर असर
शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के अलग जगह पर पोस्टिंग के चलते सभी मानते हैं कि इसका असर बच्चों की पढ़ाई से लेकर प्रशासनिक काम पर भी पड़ रहा है. जिससे शिक्षा के स्तर में गिरावट के साथ ही सियासी रसूख की हनक भी मानी जाती है.वहीं डीजी एजुकेशन बंसीधर तिवारी कहते हैं कि एजुकेशन डिपॉर्टमेन्ट के ऐसे कम ही लोग हैं जो अपना काम नहीं कर रहे और जो होंगे भी उन पर सरकार काम कर रही है. वहीं इससे पहले मंत्री गणेश जोशी ने कृषि विभाग में अटैचमेन्ट सिस्टम को खत्म किया तो बाकि विभाग भी अब धीरे धीरे एक्शन मोड़ में दिखने लगे हैं.अब शिक्षा विभाग में अटैचमेंट खत्म किए जाने को लेकर बड़ी हलचल चल रही है. माना जा रहा है कि जल्द ही शिक्षा विभाग में भी इस तरह का बड़ा फैसला लिया जा सकता है, जिसकों देखते हुए अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है.