हरिद्वार: जनपद हरिद्वार में गंगनहर घाट पर स्नान करते समय दो नाबालिग बहनें अपने छोटे भाई को बचाने के लिए गंगा नदी में कूद गईं। भाई तो बच गया, लेकिन दोनों बहनें तेज बहाव में बह गईं। बच्चियों की तलाश करने के लिए अभियान चलाया गया है, लेकिन दोनों बहनों का कुछ पता नहीं लग पाया है।
जानकारी के अनुसार, बीते रविवार की सुबह करीब नौ बजे, 15 वर्षीय मनीषा, 14 वर्षीय ईशा और 13 वर्षीय वंश अपने पापा राजेश और मामा रवि के साथ गंगनहर में स्नान करने के लिए भाईचारा के पास बने छठ घाट पर गए थे। नदी किनारे नहाते समय वंश अचानक तेज बहाव में बह गया। भाई को बहता देखकर मनीषा और ईशा दोनों बहनें उसे बचाने के लिए गंगा नहर में कूद पड़ीं। वंश ने तो पास की झाड़ियों को पकड़कर खुद को बचा लिया, लेकिन मनीषा और ईशा दोनों नदी के तेज बहाव में समा गईं। बच्चियों को डूबता देख किनारे पर खड़े लोगों में अफरा-तफरा मच गई।
गंगनहर में सर्च अभियान जारी
मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस प्रशासन को हादसे की सूचना दी। सूचना मिलते ही रानीपुर थाना प्रभारी कमल मोहन भंडारी, गैस प्लांट चौकी प्रभारी विकास रावत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जल पुलिस की टीम को बुलाकर गंग नहर में बच्चियों की तलाशी करने का अभियान शुरू कराया गया। लेकिन देर शाम तक दोनों बहनों का कुछ पता लग सका।
परिवार में मचा कोहराम
जानकारी के अनुसार दोनों बच्चियां मनीषा और ईशा ग्राम भीमनगर, थाना फरहा, जनपद मथुरा, उत्तर प्रदेश की मूल निवासी हैं। बच्चियों के पिता राजेश सलेमपुर स्थित जेपी ड्रग कंपनी में मेंटेनेंस के रूप में कार्यरत हैं। दोनों बहनों के गंगनहर में डूबकर लापता होने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। जल पुलिस की टीम दोनों बहनों की तलाश में जुटी हुई है।