ब्यूरो। लंबे समय से हड़ताल पर चल रहे तीर्थ पुरोहित उम्मीद कर रहे थे कि बोर्ड की बैठक में उनके आंदोलन को लेकर कोई ना कोई निर्णय जरूर होगा पर तीर्थ पुरोहितों को लगा है बड़ा झटका!! जहां देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की बैठक में तीर्थ पुरोहितों के मुद्दे- बोर्ड को भंग करने पर कोई चर्चा नहीं हुई।
दूसरी ओर तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आंदोलन के पीछे कांग्रेस के लोगों का हाथ बताया तो वे तीर्थ पुरोहितों के निशाने पर आ गए। इधर, कांग्रेस ने त्रिवेंद्र पर कटाक्ष किया कि सीएम की कुर्सी से हट जाने के बाद से वह बौखलाहट में हैं।
वही तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन पर कोई निर्णय न लेने से तीर्थ पुरोहितों में नाराजगी है वही 23 जुलाई को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा। जिसमें तीर्थ पुरोहितों हक हकूकधारियों के साथ होटल व्यवसायियों व जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा।