
Haridwar: गैंगस्टर और भूमाफिया यशपाल तोमर (Gangster Yashpal Tomar) के उत्तराखंड स्थित भूखंडों को कुर्क करने की बड़ी कार्रवाई हरिद्वार में आज 24 मई को की गई। यूपी (uttarpradesh) और राजस्थान (Rajasthan) ही नहीं उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी अपनी खासी पकड़ रखने वाले तोमर के नौकरशाहों व नेताओं के साथ रिश्तों को लेकर हाल में खुलासे के बाद यह कार्रवाई अहम हो गई। इधर, इस पूरे मामले में कांग्रेस ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इतने गंभीर मामले और आरोपों के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी कैबिनेट का चुप बने रहना हैरान करता है।
गैंगस्टर यशपाल तोमर (Gangster Yashpal Tomar) के खिलाफ हरिद्वार ज़िला प्रशासन ने एक और बड़ी कार्रवाई की। डीएम विनय शंकर पांडे के आदेश पर तोमर के रिश्तेदार की करीब 45 बीघे ज़मीन कुर्क की गई। इस ज़मीन की मार्केट वैल्यू करीब 80 करोड़ रुपए बताई जा रही है। हरिद्वार तहसीलदार शालिनी मौर्य ने मौके पर पहुंचकर ज़मीन की कुर्की की कार्रवाई की। इससे पहले भी तोमर की सैकड़ों करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। तोमर के खिलाफ यह एक्शन उत्तराखंड से लेकर यूपी तक चल रहा है।

तोमर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में लोगों को डरा धमकाकर और झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर ज़मीनें हड़पने का धंधा करता था क्योंकि कथित तौर पर बड़े नौकरशाहों के साथ उसके गहरे संबंध थे। कल 23 मई को उत्तराखंड के दो सीनियर आईएएस और 1 आईपीएस अधिकारियों के रिश्तेदारों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इन नौकरशाहों का तोमर के साथ कनेक्शन सामने आ रहा है, जिससे उत्तराखंड की नौकरशाही में हड़कंप मचा है।
कांग्रेस ने कहा, कई सफेदपोश हो सकते हैं बेनकाबइस पूरे मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने तोमर के मामले में आईएएस और आईपीएस अफसरों के तार जुड़ने को बेहद गंभीर मामला करार दिया। उन्होंने कहा कि इतने गंभीर मामले में मुख्यमंत्री और मंत्रियों की चुप्पी हैरानी भरी है। इन अफसरों को तत्काल पदों से हटाकर सचिवालय में अटैच करना चाहिए और मुख्यमंत्री को इस मामले में कड़ा एक्शन लेना चाहिए।

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