श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी ‘Operation Mahadev’ को सोमवार, 28 जुलाई 2025 को एक बड़ी कामयाबी मिली है। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस (JKP) और सीआरपीएफ (CRPF) के संयुक्त अभियान में श्रीनगर के बाहरी इलाके स्थित दचिगाम के लिडवास क्षेत्र में तीन खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया गया। इनमें पहलगाम आतंकी हमले के कथित मास्टरमाइंड सुलेमान उर्फ आसिफ (हाशिम मूसा) के भी शामिल होने की आशंका है, जिस पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दचिगाम के जंगलों में चला ऑपरेशन (Operation in Dachigam Forests):
सुरक्षाबलों को इस घने पहाड़ी इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की पुख्ता खुफिया जानकारी मिली थी, जिसमें सैटेलाइट फोन के सिग्नल भी शामिल थे। ये सिग्नल पहलगाम हमले में इस्तेमाल हुए डिवाइस से मिलते-जुलते थे। पिछले दो हफ्तों से 24 RR, 4 पैरा, JKP और CRPF की टीमें दाचीगाम में तलाशी अभियान चला रही थीं। सोमवार सुबह लगभग 11:30 बजे, सेना की एरिया डोमिनेशन पार्टी ने महादेव पीक के पास एक टेंट में सो रहे आतंकवादियों को घेर लिया। लगभग 6 घंटे तक चली भीषण मुठभेड़ के बाद तीनों आतंकियों को मार गिराया गया।
पहलगाम हमले का बदला (Revenge for Pahalgam Attack):
अधिकारियों के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों में सुलेमान उर्फ आसिफ के अलावा जिब्रान और हमजा अफगानी (या यासिर और अबू हमजा) शामिल हैं। जिब्रान पर अक्टूबर 2024 में हुए सोनमर्ग टनल हमले में शामिल होने का आरोप है। सुलेमान उर्फ आसिफ लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रमुख ऑपरेटिव था और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए उस नृशंस आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एक M4 कार्बाइन राइफल, AK राइफलें और भारी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया है।
आतंकवाद के खिलाफ बड़ी जीत (Big Victory Against Terrorism):
‘ऑपरेशन महादेव’ को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। यह भारतीय सुरक्षाबलों की उच्च सतर्कता और आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को दर्शाता है। इस सफलता से यह संदेश गया है कि भारतीय सुरक्षा बल देश के दुश्मनों को किसी भी कीमत पर बख्शेंगे नहीं और ‘आतंकवाद मुक्त जम्मू-कश्मीर’ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखेंगे।
ऑपरेशन अभी भी जारी है और मारे गए आतंकवादियों की पूरी पहचान तथा उनके अन्य आतंकी लिंक की पुष्टि की जा रही है।