ब्यूरो। हाल ही में, जगद्गुरु रामभद्राचार्य के एक बयान ने धार्मिक और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को “मिनी पाकिस्तान” कहा था, जिस पर अब ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने रामभद्राचार्य के इस बयान को लेकर आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शासन है, तब ऐसी बातें होना हैरान करने वाला है। शंकराचार्य ने इस बात पर जोर दिया कि एक संत को इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे समाज में वैमनस्य और तनाव बढ़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वाकई ऐसी स्थिति है, तो सरकार को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि धार्मिक नेताओं का कर्तव्य होता है कि वे समाज को जोड़ें, न कि बांटें। उनका मानना है कि इस तरह के बयान शांति और सद्भाव के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
रामभद्राचार्य का यह बयान सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में रहा है, जहाँ लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कई लोग इसे समाज को बांटने वाला और गैर-जिम्मेदाराना बता रहे हैं।