नई दिल्ली: नासा और स्पेसएक्स का क्रू-9 मिशन अंतरिक्ष में फंसे भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाएगा। क्रू-9 मिशन को शुरू में 26 सितंबर को लांच करने के लिए प्लान किया गया था, लेकिन फ्लोरिडा के खाड़ी तट पर तूफान हेलेन से मौसम की स्थिति काफी खराब हो गई थी।
इसी वजह से मिशन को टाल दिया गया था। सुनीता और विल्मोर को वापस लाने के लिए नासा के निक हेग और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के कॉस्मोनाट अलेक्जेंडर गोरबुनोव मिशन पर जा रहे हैं।
पांच महीने स्पेस स्टेशन में रहेंगे
दोनों को पांच महीने के मिशन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) भेजा जा रहा है। हेग और गोरबुनोव अगले क्रू रोटेशन के साथ फरवरी तक आईएसएस पर रहेंगे। अंतरिक्ष यात्री जेना कार्डमैन और स्टेफनी विल्सन भी शुरू में क्रू-9 मिशन का हिस्सा थे, लेकिन उनको वापस आने वाले यात्रियों की जगह न होने की वजह से हटा दिया गया था।
आठ दिन का था मिशन
गौरतलब है कि शुरुआत में आठ दिन के लिए स्पेस मिशन पर गए सुनीता और बुच विल्मोर को तीन महीने से अधिक समय हो गया है। उनको लेकर गए स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण उसे खाली ही पृथ्वी पर वापस बुला लिया गया। ऐसे में स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन से अब दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी होगी।