देहरादूनः आज पड़ोसी नेपाल के साथ भारत नए रेल सफर की शुरुआत करने जा रहा है। ट्रेन सेवा शुरू होने के लिए दोनों देशों के नागरिकों को कई वर्षों से इंतजार था। हाल के कुछ समय से भारत और नेपाल में कई मुद्दों को लेकर विवाद भी सामने आया था। नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री की ओर से कई बार सीमा विवाद को लेकर की गई बयानबाजी के बाद दोनों देशों के संबंधों में भी खटास आई थी। लेकिन अब एक बार फिर से भारत और नेपाल दोस्ती के नए सफर पर चल पड़े हैं। आखिरकार चैत्र नवरात्र और नव संवत्सर के शुभ अवसर पर भारत-नेपाल के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने के लिए तैयार है। इसी को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा भारत आए हुए हैं।
यानी अब भारतीय नागरिक सीता की जन्मस्थली तक सीधी ट्रेन से पहुंच सकेंगे। इससे पहले ही यहां अंग्रेजों के जमाने में मीटर गेज रेड लाइन हुआ करती थी, जिसे साल 2000 में खत्म कर दिया गया था। इस ट्रेन के शुरू होने से दोनों देशों के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी। भारत की ओर से नेपाल में भारतीय रेल का विस्तार जहां भारत नेपाल संबंधों को और मजूबत बनाएगा, वहीं यह नेपाल में चीन की दखल को भी कम करेगा।जयनगर से जनकपुर स्टेशन तक की यात्रा के लिए नेपाल रेलवे ने नेपाली 60 रुपये किराया रखे हैं। जबकि भारत के अनुसार, 37.50 रुपये खर्च होंगे। वहीं जयनगर से कुर्था तक सफर करने वाले यात्रियों को नेपाली 70 रुपये और भारतीय करेंसी के हिसाब से 43.75 रुपये खर्च करने होंगे।
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