देहरादून। उत्तराखंड संगीत इंडस्ट्री के उभरते हुए युवा संगीतकार गुंजन डंगवाल (Gunjan Dangwal) का चंडीगढ़ के पास सड़क दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया है। वह देहरादून से चंडीगढ़ अपने दोस्त के पास जा रहे थे। परिवार के करीबियों ने पुष्टि करते हुए बताया कि यह हादसा तड़के चार से पांच बजे के बीच हुआ। वह रात के समय चंडीगढ़ के लिए देहरादून के बंजारावाला स्थित टिहरी विस्थापित कॉलोनी के अपने घर से रवाना हुए थे, जिस दोस्त के पास उन्हें जाना था। उसने गुंजन के समय पर न पहुंचने पर गुंजन के मोबाइल में बीस से पच्चीस कॉल किए। इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया।
वह अपनी स्विफ्ट कार में सवार थे और दुर्घटना के वक्त अकेले ही थे। दुर्घटना की सूचना मिलते ही उनके माता-पिता देहरादून से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं। देर शाम तक उनके वापस दून पहुंचने की संभावना है।
नंदू मामा की स्याली रे कमला, गोरा रंग तेरो रे… उडंदु भौंरे… छमा चौक…आज लागलू मंडाण.. ढोल दमों… चैता की चैत्वाल… जैसे गीतों को पिरोने वाले उत्तराखंड के युवा लोक गायक और संगीतकार गुंजन डंगवाल (Gunjan Dangwal) का चंडीगढ़ में सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। लोक कलाकारों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
मूल रूप से अखोड़ी गांव जाखणीधार टिहरी निवासी गुंजन का परिवार इन दिनों देहरादून के केदारपुरम में रहता है। 26 वर्षीय गुंजन ने देहरादून में ही अपना स्टूडियो खोला था। कम समय में उन्होंने संगीत क्षेत्र में मुकाम हासिल पाया।
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