दरअसल, मतदान के ठीक एक दिन पहले शहर के व्हाट्स एप ग्रुपों में एक महिला-पुरुष की बातचीत का वीडियो (मोबाइल फोन पर बातचीत की रिकार्डिंग) बनाकर वायरल कर दिया गया, जिसके बाद संबंधित व्यक्ति ने कोतवाली में ऑडियो वायरल करने वाले के खिलाफ तहरीर दी। उसका आरोप था कि एक व्यक्ति ने बदनाम करने की नीयत से एडिटेड ऑडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। जिस पर पुलिस ने संबंधित व्यक्ति को कोतवाली बुलाकर पूछताछ की।
यहां बता दें कि ऑडियो वायरल करने वाला व्यक्ति हाल ही में भाजपा से निष्कासित होकर कांग्रेस में शामिल हुआ है। जब कांग्रेस प्रदेश कमेटी अध्यक्ष गणेश गोदियाल सहित अन्य कांग्रेसियों को इस प्रकरण की जानकारी मिली, तो वह कोतवाली पहुंच गए। मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री प्रदीप तिवाड़ी ने अलग-अलग तहरीर दी। गोदियाल ने कहा कि वायरल ऑडियो में एक व्यक्ति महिला से बातचीत करते हुए कह रहा है कि मैं करोड़ों रुपये बांट रहा हूं। इतने करोड़ रुपये और आने वाले हैं, जिनको भी बांटा जाएगा। पैसों के आधार पर चुनाव प्रभावित करने की यह साजिश हो सकती है। इस ऑडियो के स्रोत की जांच की जाए।यह कहां से वायरल हुआ और किसने बोला। उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति महिला से अश्लील बात कर रहा है। खुद ही इसकी रिकार्डिंग कर रहे हैं और समाज के बीच में फैला रहे हैं। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं, तिवाड़ी ने तहरीर में एक भाजपा नेता के नाम का उल्लेख करते हुए महिला से अश्लील बात करने वाले और रुपये बांटने की बात कहने वाले व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। इधर, कोतवाल हरिओम राज चौहान ने बताया कि तहरीर के आधार पर ऑडियो वायरल करने वाले व्यक्ति से पूछताछ की गई थी। उक्त व्यक्ति ने गलती स्वीकार कर ली थी। इसके बाद गोदियाल कोतवाली में उक्त व्यक्ति के पक्ष में आए। कोतवाल ने बताया कि यह ऑडियो काफी पुराना है।